Crop circle, its principles, benefits and importance, what is crop circle compaction
- जैसे- बाजरा – गेंहू – मूंग
- एक वर्षीय :- बाजरा – गेंहू – मूंग
- द्विवर्षीष :- बाजरा – गेहू – मूंग – बाजरा
- त्रि वर्षीय :- बाजरा – गेहू – गन्ना – रेटूनिंग
- चार वर्षीय :- बाजरा -गेहू – गन्ना – रेटूनिंग -गेहू
Note :-
फसल चक्र के लाभ या महत्व :-
- मृदा कि उर्वरता शक्ति बढती है।
- रोग तथा कीटों का प्रकोप कम होता है।
- खरपतवारों का प्रकोप कम होता है।
- मृदा की भौतिक तथा रासायनिक दशा सुधर जाती है।
- एक निश्चित क्षेत्र तथा निश्चित समय में कुल बोई गई फसलों की संख्या को फसल सघनता कहा जाता है।
- एक फसल पद्धति की फसल सघनता हमेशा 100 % होती है।
- अधिकतम फसल सघनता 400 % होती है।
- मिश्रित फसल को केवल एक फसल ही गिना जाता है।
- फसल चक्र हमेशा खरीफ से ही शुरू होता है।
- संघनता मे हरी खाद को नहीं गिना जाता है।
(A) फसल चक्र संघनता (R.I) सूत्र : – फसलों की संख्या / फसल चक्र की अवधि (वर्ष में) * 100
और आगे भी पढ़े –
हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करे – YOUTUBE
और भी पढ़े – 1 धान (Paddy/Rice) crop classification
Leave a Reply