Irrigation
सिंचाई का संकल्प फसलों को पानी प्रदान करने की प्रक्रिया से संबंधित है।
यह एक महत्वपूर्ण कृषि तकनीक है जो कृषि उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
सिंचाई का मुख्य उद्देश्य फसलों को आवश्यकतानुसार पानी प्रदान करके उनकी वृद्धि, फलन और उत्पादन को सुनिश्चित करना है।
इस प्रक्रिया में पानी को नियमित अंतरालों पर या अवधियों में फसलों की निर्धारित क्षमता तक प्रदान किया जाता है।
सिंचाई का उपयोग किसानों द्वारा अनेक प्रकार से किया जाता है। कुछ प्रमुख तकनीकों में समाविष्ट हैं:
- (Drip ): इस तकनीक में पानी को नियमित अंतरालों पर फसल के निकट ठिकानों पर बूंदों के माध्यम से प्रदान किया जाता है। यह तकनीक पानी की बचत करती है और प्रतिसादात्मकता को बढ़ाती है।
- (Furrow Irrigation): इस तकनीक में, पानी को फसलों के बीच की पंक्तियों में प्रदान किया जाता है, जिससे पानी को भूमि में सुधारा जाता है।
- (Sprinkler Irrigation): इस तकनीक में, पानी को फसल की ऊपरी भागों पर छिड़क के प्रदान किया जाता है। यह तकनीक बारिश की तरह पानी प्रदान करती है और समग्र क्षेत्र को सिंचित करने में सहायक होती है।
इसके प्रयोग फसलों के विकास और उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है,
खासकर जब जलसंसाधनों में कमी होती है या अवसाद पर्यावरणिक परिस्थितियों में अपेक्षाकृत पानी की आपूर्ति कम होती है।
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