रेशे वाली फसलें fiber crops
ये वह फसल होती है जिनको हम (कपडे, रस्सी में लगने वाला रेशा ) व फ़ाइबर/रेशा के उत्पादन के लिए उगाए जाते हैं। रेशे वाली फसले कहलाती है जैसे कपास सनई जूट आदि।
कुछ प्रमुख fiber crop रेशे वाली फसलें निम्नलिखित हैं:-
रेशे वाली फसलें भारतीय कृषि में महत्वपूर्ण हैं क्योंकि ये खाद्यान्न और पशुओं के चारे के रूप में उपयोग होती हैं और किसानों के आय का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाती हैं। इन्हें सही समय पर उगाने और प्रबंधित करने से खेतीकरों को अधिक उत्पादक बनाने में मदद मिलती हैं।
- तने से प्राप्त रेशा – जूट, सनई, मेस्टा
- फल से प्राप्त रेशा – कपास
- पत्तियों से प्राप्त रेशा – सिसेल
- जूट में रेशा/fiber – पलोएम से प्राप्त किया जाता है।
- स्टीपींग – जूट ओर सनई के पौधों को पानी में डालना।
- रेटीग[(सड़ाना) – जूट ओर सनई के पौधो को गठरी मे सडाना।
- स्ट्रीपिंग – जूट तथा सनई के रेशों को अलग करना ।
- जूट के लिए रेटिंग का तापमान -34 °C
- सनई के लिए रेटिंग का तापमान – 21-27°C
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