पोषक तत्व (NUTRIENT)
- आवश्यकता की कसौटी या अनिवार्यता की कसौटी ऑरनोन तथा स्टाउट नामक वैज्ञानिक ने (1939) में दिया।
- इसका दुबारा से उल्लेखन ऑरनोन नामक वैज्ञानिक ने (1954) किया।
- पौधों अपना जीवन चक्र आवश्यक पोषक तत्वों के बिना पूरा नहीं कर सकता।
- किसी आवश्यक पोषक तत्व की कमी को पूर्ण वही पोषक तत्व करेगा जिसकी पौधो मे कमी हो।
- पोषक तत्वों को पौधो की उपापचय क्रियाओं मे भाग लेना चाहिए
- पौधे मुख्यतः पोषक तत्व आयनिक रूप में लेते है।
- पौधे मुख्यतः पोषक तत्वो को धनायन के रूप में अधिक लेते है।
- धनायन —K, Ca, Mg, Fe, Mn, Cu, Zn
- ऋणायन—P, S, B, Mo, Cl
पोषक तत्वों की कर्मी के लक्षण :-
- सम्पूर्ण पत्तियों में पीलापन – नाइट्रोजन की कमी से
- अंतरशिरा हरिमाहिनता (Interveinal chlorisis) – Mg की कमी से
- अंतरशिरा हरिमाहिनता (Interveinal chlorisis) – Mn की कमी से
- सम्पूर्ण पतियों में पीलापन – S की कमी से
- शीर्ष भाग – Ca,B
पौधों में चालकता के आधार पर वर्गीकरण :-
- (1)अधिक चालक — N, P, K, Mg, Mo
- (2) मध्यम चालक — Zn
- (3) अचालक — Ca. B
मृदा में चालकता के आधार पर वर्गीकरण :-
- (1)अधिक चालक — NO3 SO4, Cl, Mn, Bo3
- (2) मध्यम चालक — K, Ca, Mg, NH4, Cu
- (3) अचालक — P, Zn
Note:- फास्फोरस (P) एकमात्र ऐसा पोषक तत्व है जो की मृदा में अचालक तथा पौधों मे अधिक चालक होता है।
सूचक पौधों:-
- N – गोभी
- P – सरसो
- K – आलु
- Na – चुकन्दर
- Cu – गेंहू
- Zn – धान
- Fe – ज्वार
- S – राया
- B – सूरजमुखी
आधार भूत पोषक तत्व/संरचनात्मक /अखनिज पोषक तत्व :-
- ये पोषक तत्व पौधो में ऊतको का निर्माण करके शरीर की सरचना तथा वृद्धि करने मे सहायक होते है।
- ये पोषक तत्व मुख्यत पौधो द्वारा जल तथा वायु से प्राप्त किये जाते है।
- ये पोषक तत्व मृदा से प्राप्त नही किये जाते है। इसलिए इन्हें अखनिज पोषक तत्व कहा जाता है।
- इन पोषक तत्वों को खाद तथा उर्वरको के द्वारा नही दिया जाता है।
- C – 45%
- H – 6%
- O – 45%
- ये पोषक तत्व खाद तथा उर्वरक द्वारा दिये जाते है।
- ये पौषक तत्व 14 होते है।
- ये पोषक तत्व दो प्रकार के होते है।
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