वर्मीकम्पोस्ट vermicompost
केचुएँ से बनी खाद को वर्मीकम्पोस्ट कहा जाता है। केचुएँ के मल को कास्ट किया जाता है। जो की वर्मीकम्पोस्ट के रूप मे उपयोग किया जाता है।
- केचुएँ को किसान का मित्र कहा जाता है।
- अरस्तू ने इन्हे भूमि की आत कहा है।
- केचुआ मृदा मे वायुसंचार, एनजाइम तथा पोषक तत्वो की मात्रा बढाता है।
- वर्मीकम्पोस्ट में नाइट्रोजन फॉस्फोरस पोटैशियम की मात्रा क्रमशः 3% 1% 2%
केंचुए की मुख्य स्पिशीज
इपीजिक प्रजाति:-
- यह मुख्यत भूमि की सतह पर पाये जाते है।
- यह मुख्यतः कार्बनिक पदार्थ खाते है।
- इन प्रजातियो का रंग हल्का लाल होता है।
- वर्मीकम्पोस्ट बनाने के लिए मुख्यतः इस प्रजाति का उपयोग किया जाता है।
- उदाहरण :- आसीनीया फोइटीडा
एण्डोजिक :-
- यह प्रजाति मुख्यतः अधो सतह पर पाई जाती है।
- वर्मीवाश :- यह एक पीले रंग का तरल पदार्थ है जो कि वर्मीकम्पोस्ट केचुऐ से प्राप्त किया जाता है।
- इसका उपयोग मुख्यत पर्णीय छिडकाव के लिए किया जाता है।
- वर्मीकल्चर :- केचुओं को उपयुक्त वातावरण में पालने की क्रिया को वर्मीकल्चर कहा जाता है।
और आगे भी पढ़े –
हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करे – YOUTUBE
और भी पढ़े – 1 धान (Paddy/Rice) crop classification
Leave a Reply