भू – परिष्करण किसे कहते है, लाभ व इसके प्रकार What is land reclamation, benefits and its types
- मृदा को भौतिक, जैविक व रसायनिक दशा में सुधार आता है।
- मृदा में वायु सचार बढ जाता है।
- मृदा की उपरी सतह का तापमान बढ जाता है। मृदा में जल का सचय लम्बे समय तक रहता है।
- रोग और कीटो का प्रकोप कम हो जाता है।
- खरपतवारो का प्रकोप कम हो जाता है।
- मृदा की कठोर परत टूट जाती है जिससे जल क्षरण नहीं होता है।
- यह फसल की बुआई से पहले किया जाता है।
- यह मृदा की कठोर परत्त को तोड़ता है।
- देशी हल
- MB प्लाऊ (MB हल)
- चिजेल प्लाऊ, (चिजेल हल)
- कन्द्री प्लाऊ (देशी हल)
- डिस्क प्लाऊ (डिस्क हल)
- यह प्राथमिक के बाद किया जाता है।
- फसल की बुआई करना।
- पाटा लगाना (समतलीकरण)
- हैरो
- कल्टीवेटर
- इस भू – परिष्करण मे प्राथमिक भू -परिष्करण कम किया जाता है, इसमें द्वितीयक भू – परिष्करण किया जाता है,
- जन्मदाता देश – U.S.A
- यंत्र – रोटावेटर
Note – रोटावेटर का उपयोग प्राथमिक तथा द्वितीयक भू-परिष्करण मे भी किया जाता है।
- इस भू – परिष्करण में केवल फसल की बुआई करते है ।
- जन्मदाता देश -U.S.A
- जनक -G.B ट्रिप्लेट
- खरपतवारनाशी का उपयोग – डाईक्वाट ओर पैराक्वाट
- इसमे बहुवर्षीय खरपतवारों का प्रकोप बढ जाता है।
- फसल अवशेषो में फसल की बुआई करते है।
- 30% या 30% से अधिक फसल अवशेष होने चाहिए।
- धान- गेहू के फसल चक्र में बुवाई
- डिस्क सीडर
- टाउन सीडर
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